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Eng vs Ind दूसरे टेस्ट के पहले दिन के हाइलाइट्स: गिल के शतक से भारत की वापसी

Eng vs Ind दूसरे टेस्ट के पहले दिन के हाइलाइट्स

आज के दिन का खेल इंग्लैंड और भारत के बीच दूसरे टेस्ट मैच में, शुभमन गिल की शानदार शतक के साथ भारत की वापसी!


इंग्लैंड और भारत के बीच बहुप्रतीक्षित दूसरा टेस्ट मैच आज एजबेस्टन में शुरू हुआ, और यह उतार-चढ़ाव से भरा दिन था। दिन का अंत भारत के लिए एक अच्छी स्थिति के साथ हुआ, जिसका श्रेय उनके कप्तान शुभमन गिल के शानदार शतक को जाता है। Eng vs Ind दूसरे टेस्ट के पहले दिन के हाइलाइट्स ने वास्तव में टेस्ट क्रिकेट के लचीले स्वभाव को दिखाया। भारत ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने का न्योता स्वीकार किया, एक ऐसी पिच पर जो तेज गेंदबाजों को शुरुआती मदद दे रही थी, लेकिन उन्होंने कड़ा संघर्ष किया और दिन का अंत 5 विकेट के नुकसान पर 310 रन के साथ किया।

भारत के लिए एक चुनौतीपूर्ण शुरुआत

दिन की शुरुआत बादलों से भरे आसमान के नीचे हुई। जैसा कि उम्मीद थी, इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स, जो घरेलू टेस्ट में पहले गेंदबाजी करना पसंद करते हैं, ने टॉस जीता और भारत को बल्लेबाजी करने के लिए कहा। यह निर्णय इंग्लैंड के लिए शुरुआत में फायदेमंद साबित हुआ क्योंकि उनके गेंदबाजों, खासकर क्रिस वोक्स ने भारतीय सलामी बल्लेबाजों के लिए जीवन मुश्किल बना दिया। गेंद घूम रही थी, जिससे बल्लेबाजों के धैर्य और तकनीक की परीक्षा हो रही थी।

भारत के सलामी जोड़ी, यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल को एक मुश्किल स्पेल का सामना करना पड़ा। दुर्भाग्य से भारत के लिए, केएल राहुल, जो लगातार अच्छा प्रदर्शन करते रहे हैं, केवल 2 रन बना पाए और क्रिस वोक्स की एक अच्छी गेंद पर आउट हो गए। गेंद बस इतनी सीधी हुई कि बल्ले का किनारा लेकर विकेटकीपर के पास चली गई। इस शुरुआती विकेट ने भारत पर कुछ दबाव डाल दिया, और इंग्लिश गेंदबाज लगातार और विकेट लेने की कोशिश करते रहे।

जायसवाल और करुण नायर ने स्थिरता प्रदान की

राहुल के जल्दी आउट होने के बाद, करुण नायर तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए। वह यशस्वी जायसवाल के साथ शामिल हुए, और दोनों ने मिलकर एक बहुत जरूरी साझेदारी बनानी शुरू की। दोनों बल्लेबाजों ने अच्छा नियंत्रण दिखाया और जब भी अवसर मिला, कुछ सुंदर शॉट खेले। जायसवाल, विशेष रूप से, अच्छे टच में दिख रहे थे, पिछले मैचों से अपनी अच्छी फॉर्म जारी रखते हुए। उन्होंने आक्रामक रूप से खेला, लेकिन जरूरत पड़ने पर सावधानी भी बरती, कुछ शानदार चौके लगाए।

उनकी साझेदारी ने धीरे-धीरे भारतीय पारी को मजबूत किया, जिससे स्कोर 50 रन के आंकड़े को पार कर गया। उन्होंने कड़ी मेहनत की, शुरुआती मुश्किल परिस्थितियों और इंग्लैंड की अनुशासित गेंदबाजी का सामना किया। ठीक तभी जब लग रहा था कि वे एक मजबूत प्लेटफॉर्म बना रहे थे, इंग्लैंड के तेज गेंदबाज ब्राइडन कार्स ने एक ऐसी गेंद फेंकी जो अतिरिक्त उछली, जिससे करुण नायर हैरान रह गए। नायर, जिन्होंने सम्मानजनक 31 रन बनाए थे, ने लंच ब्रेक से कुछ मिनट पहले ही दूसरी स्लिप पर एक आसान कैच दे दिया। यह इंग्लैंड के लिए एक महत्वपूर्ण विकेट था, क्योंकि इसने 80 रन की बढ़ती साझेदारी को तोड़ दिया।

लंच और उसके बाद: जायसवाल का प्रयास और गिल का आगमन

लंच तक, भारत 2 विकेट के नुकसान पर 98 रन पर था, जिसमें यशस्वी जायसवाल आत्मविश्वास से भरे दिख रहे थे और अपने अर्धशतक के करीब थे। दूसरे सत्र में जायसवाल ने अपनी शानदार बल्लेबाजी जारी रखी। उन्होंने एक आत्मविश्वासपूर्ण प्रदर्शन के साथ अपना अर्धशतक पूरा किया, जिसमें तेज और स्पिन दोनों गेंदबाजों के खिलाफ अपनी क्लास दिखाई। वह एक बहुत बड़े स्कोर, संभवतः एक शतक के लिए तैयार दिख रहे थे, क्योंकि उन्होंने आक्रामक स्ट्रोक और समझदार सिंगल के मिश्रण के साथ स्कोरबोर्ड को चालू रखा।

करुण नायर के आउट होने के बाद भारतीय कप्तान शुभमन गिल बल्लेबाजी करने आए। वह जायसवाल के साथ शामिल हुए, और इन दोनों युवा बल्लेबाजों ने पारी को आगे बढ़ाया। गिल, कप्तानी के दबाव और नंबर चार पर एक अपेक्षाकृत नई भूमिका के बावजूद, शांत और संयमित दिख रहे थे। उन्होंने एक धैर्यपूर्ण पारी खेली, अच्छी गेंदों का सम्मान किया और खराब गेंदों को दंडित किया। उनकी साझेदारी बढ़ी, और भारत एक आरामदायक स्थिति में दिख रहा था।

हालांकि, ठीक तभी जब जायसवाल 87 रन पर मजबूत दिख रहे थे और एक योग्य शतक की ओर बढ़ रहे थे, इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने खुद एक महत्वपूर्ण झटका दिया। यह एक छोटी और वाइड गेंद थी जिसे जायसवाल ने काटने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने केवल एक पतला किनारा दिया जो विकेटकीपर जेमी स्मिथ के पास चला गया, जिन्होंने एक अच्छा नीचा कैच लिया। यह आउट खेल के प्रवाह के थोड़ा विपरीत था और इंग्लैंड के लिए एक बड़ी राहत थी, क्योंकि जायसवाल बहुत खतरनाक दिख रहे थे।

दो त्वरित विकेट और गिल का लचीलापन

जायसवाल के विकेट के बाद, अपने आक्रामक अंदाज के लिए जाने जाने वाले ऋषभ पंत, गिल के साथ क्रीज पर आए। पंत ने सकारात्मक शुरुआत की, तेजी से स्कोर करने की कोशिश की, लेकिन उनके आक्रामक दृष्टिकोण के कारण वह आउट हो गए। उन्होंने फील्डरों को पार करने की कोशिश की लेकिन गेंद सीधे एक फील्डर के हाथों में मार दी, जिससे वह 25 रन पर आउट हो गए। यह इंग्लैंड के लिए एक महत्वपूर्ण विकेट था, क्योंकि पंत बहुत जल्दी खेल को बदल सकते हैं।

इसके तुरंत बाद, नीतीश कुमार रेड्डी, जो नंबर छह पर आए थे, भी सस्ते में आउट हो गए, केवल 1 रन बनाकर। इन दो त्वरित विकेटों से भारत में थोड़ी गड़बड़ हुई, और अचानक, वे 5 विकेट के नुकसान पर 211 रन पर आ गए, जो थोड़ी चिंताजनक स्थिति थी। इंग्लैंड के गेंदबाज, विशेष रूप से क्रिस वोक्स, जिन्होंने पूरे दिन अच्छी गेंदबाजी की थी, भारतीय बल्लेबाजों पर लगातार दबाव डाल रहे थे।

यह इसी महत्वपूर्ण मोड़ पर था कि शुभमन गिल ने कमान संभाली। वह पहले ही जम चुके थे, लेकिन त्वरित विकेटों के गिरने के साथ, वह जानते थे कि उन्हें एक लंबी पारी खेलनी है और भारतीय पारी को सहारा देना है। उनके साथ अनुभवी ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा शामिल हुए, और साथ में उन्होंने फिर से स्कोर बनाना शुरू किया।

गिल का शानदार शतक और जडेजा का समर्थन

शुभमन गिल ने अपार परिपक्वता और कौशल का प्रदर्शन किया। उन्होंने बहुत धैर्य दिखाया, अच्छी गेंदों का बचाव किया और स्कोर करने के सही अवसरों का इंतजार किया। उन्होंने कुछ सुंदर ड्राइव और कट लगाए, जिससे स्कोरबोर्ड चालू रहा। जैसे-जैसे दिन आगे बढ़ा और पिच बल्लेबाजी के लिए थोड़ी आसान होती गई, गिल का आत्मविश्वास बढ़ता गया। उन्होंने जडेजा के साथ प्रभावी ढंग से स्ट्राइक रोटेट की, यह सुनिश्चित करते हुए कि एक बल्लेबाज पर दबाव न पड़े।

गिल और जडेजा के बीच की साझेदारी दिन के उत्तरार्ध का मुख्य आकर्षण बन गई। उन्होंने विकेटों के बीच अच्छी दौड़ लगाई, सिंगल को डबल में बदला, और किसी भी ढीली गेंद को दंडित किया। जडेजा, जो अपनी आक्रामक बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं, ने भी एक समझदार पारी खेली, गिल का समर्थन किया और यह सुनिश्चित किया कि कोई और विकेट न गिरे। उन्होंने मूल्यवान रन बनाए, खुद भी अर्धशतक के करीब पहुंच गए।

जैसे-जैसे दिन समाप्त होने वाला था, सभी की निगाहें शुभमन गिल पर थीं। वह लगातार अपने शतक की ओर बढ़ रहे थे, जो एक नए कप्तान के रूप में और टीम के कुल स्कोर के लिए उनके लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर था। उन्होंने एक अच्छी तरह से टाइम किए गए शॉट के साथ अपना शानदार शतक पूरा किया, जो टेस्ट कप्तान के रूप में उनका दूसरा शतक था। यह वास्तव में एक कप्तान की पारी थी, दबाव में खेली गई, और इसने भारत को कुछ समय पहले की तुलना में कहीं अधिक मजबूत स्थिति में ला दिया।

पहले दिन स्टंप्स

पहले दिन के अंत तक, भारत ने 5 विकेट के नुकसान पर 310 रनों का मजबूत कुल स्कोर बनाया। शुभमन गिल 114 रन बनाकर नाबाद रहे, यह एक शानदार पारी थी जिसने उनकी क्लास और दृढ़ संकल्प को दिखाया। रवींद्र जडेजा भी क्रीज पर नाबाद रहे, 41 रन बनाकर, जिन्होंने एक बेहतरीन सहायक भूमिका निभाई थी।इंग्लैंड के लिए, क्रिस वोक्स गेंदबाजों में सबसे अच्छे रहे, उन्होंने 59 रन देकर 2 विकेट लिए। ब्राइडन कार्स और बेन स्टोक्स ने भी एक-एक विकेट लिया। जबकि इंग्लैंड कुछ सफलताओं से खुश होगा, खासकर महत्वपूर्ण साझेदारियों को तोड़ने में, उन्हें भारत की मजबूत वापसी के बारे में भी चिंता होगी, जिसका नेतृत्व उनके कप्तान के शतक ने किया।

Eng vs Ind दूसरे टेस्ट के पहले दिन के हाइलाइट्स स्पष्ट रूप से दिखाते हैं कि यह टेस्ट मैच बहुत संतुलित है। भारत गिल और जडेजा के साथ दूसरे दिन और रन जोड़ने की कोशिश करेगा, जिसका लक्ष्य एक बड़ा पहली पारी का कुल स्कोर होगा। दूसरी ओर, इंग्लैंड नई गेंद से शुरुआती विकेट लेने की उम्मीद करेगा, जिसे स्टंप्स से ठीक पहले लिया गया था, और भारत के स्कोर को प्रतिबंधित करेगा। टेस्ट क्रिकेट के दूसरे रोमांचक दिन के लिए मंच तैयार है।

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